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आईजी पीएसी आवास पर दर्दनाक घटना, सिपाही ने सर्विस रिवॉल्वर से की आत्महत्या

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आईजी पीएसी आवास में गूंजीं गोलियां, सिपाही के सिर के उड़े चीथड़े

Moradabad News : आईजी पीएसी के आवास पर सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे सिपाही शुभम कुमार (25) ने इंसास राइफल से गर्दन के नीचे गोली मारकर आत्महत्या कर ली। राइफल में टीआरबी सिस्टम लगा होने के चलते एक के बाद एक तीन गोलियां चलीं, जिससे सिपाही के सिर के चीथड़े उड़ गए। शुभम यहां संतरी के रूप में तैनात थे। सिपाही की आत्महत्या की खबर से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। अब तक आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।

पुलिस के मुताबिक, सिपाही शुभम कुमार मूल रूप से बिजनौर जिले के किरतपुर थाना क्षेत्र के सैदपुरी गांव के रहने वाले थे। वह 2019 में यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। उनकी 23वीं वाहिनी पीएसी में तैनाती थी। इन दिनों उनकी ड्यूटी आईजी पीएसी के आवास पर चल रही थी। हालांकि, आईजी पीएसी के तैनात न होने के कारण उनका आवास खाली है। सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे शुभम कुमार गेट के पास ही गार्द रूम में मौजूद थे। तभी अचानक सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। फायरिंग की आवाज सुनकर अन्य सिपाही और कर्मचारी मौके पर पहुंचे तो सिपाही का खून से लथपथ शव पड़ा था।

सूचना पर पीएसी के उप सेनानायक डाॅ. अनूप सिंह और सीओ कुलदीप गुप्ता मौके पर पहुंच गए और फोरेंसिक टीम भी मौके पर बुला ली गई। अब तक की जांच में सामने आया है कि इंसास राइफल में टीआरबी (थ्री राउंड बर्स्ट) सिस्टम लगा हुआ था, इसके कारण एक के बाद तीन गोलियां चलीं। राइफल की नाल गर्दन के नीचे लगाकर ट्रिगर दबाया गया, इससे सिपाही के सिर के चीथड़े उड़ गए। पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को सूचना दे दी। सिपाही के परिवार में माता-पिता के अलावा पांच बहनें और एक छोटा भाई है। एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि गोली लगने से सिपाही की माैत हुई है। गोली कैसे चली, इसकी जांच की जा रही है।

आईपीएस आशुतोष कुमार के पास है आईजी पीएसी का चार्ज

पीएसी के उप सेनानायक डॉ. अनूप सिंह ने बताया कि पीएसी के पश्चिमी जोन के आईजी का मुरादाबाद में आवास और कार्यालय है लेकिन लंबे समय से यहां आईजी की तैनाती नहीं है। पीएसी मुख्यालय पर तैनात आईपीएस आशुतोष कुमार के पास आईजी पीएसी पश्चिमी जोन का चार्ज है। आईजी की तैनाती न होने के कारण उनका आवास खाली है, जिसे गेस्ट हाउस के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि, वहां लगातार एक गार्द और संतरी की ड्यूटी लगती है, जिसमें सिपाही शुभम कुमार भी तैनात थे।

Jarees malik

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