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बेटे के झगड़े का खामियाजा पिता को भुगतना पड़ा, पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट

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टेंपो-बाइक टकराने पर भड़की हिंसा, छह लोगों ने मिलकर बुजुर्ग को उतारा मौत के घाट

आगरा के थाना डौकी के गांव गेहनू में टेंपो से बाइक टकराने के विवाद 60 वर्षीय वृद्ध गज सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। छह लोगों ने मिलकर वृद्ध पर हमला किया। हमलावरों ने पथराव कर दहशत फैला दी। इसके बाद आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। 

ये हुआ था विवाद
गांव गेहनू, थाना डौकी निवासी महेंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह 8 बजे वह बाइक से भाई करुआ और भांजे अंकित के साथ जा रहे थे। टंकी चौराहा से पहले सामने चल रहे टेंपो को उसके चालक हरिओम ने अचानक मोड़ दिया। इससे बाइक टकरा गई। हरिओम उनके खेत के सामने ही रहता है। अंकित का हाथ लगने से टेंपो की खिड़की मुड़ गई। इस पर हरिओम ने उसकी पिटाई कर दी।

लाठी-डंडे लेकर हमला बोला
अंकित वापस आ गया। दोनों भाई काम पर चले गए। एक घंटे बाद हरिओम अपने साथियों के साथ उनके खेत पर पहुंचा। महेंद्र के पिता गज सिंह की पिटाई की। अंकित ने बचाने का प्रयास किया तो उसको भी पीटा। ग्रामीणों के आने पर आरोपी भाग गए। गज सिंह ने महेंद्र को बताया। शाम तकरीबन चार बजे एक बार फिर आरोपी पक्ष के लोग आ गए। आरोप है कि हरिओम, रामअवतार, श्रीभगवान, जितेंद्र ने लाठी-डंडे लेकर हमला बोला।

घटना से परिवार में कोहराम
गज सिंह और उनके बेटे छोटेलाल को पीटा। शोर सुनकर पहुंचे तो परिवार के लोगों के साथ भी मारपीट की। पथराव किया। गज सिंह के सिर में गंभीर चोट लगी। उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे, तभी विपक्षी आ गए। रास्ते में रोककर फिर पिटाई लगाई। बहू मधु थाने पहुंची और सूचना दी। गज सिंह को एसएन मेडिकल काॅलेज लेकर गए, जहां गज सिंह को मृत घोषित कर दिया गया। घटना से परिवार में कोहराम मच गया। थाना प्रभारी ने बताया कि टेंपो से बाइक टकराने पर मारपीट हुई है। केस दर्ज किया जा रहा है।

पथराव 20 मिनट तक हुआ
मारपीट के बाद लोग के जुटने पर आरोपी पथराव करने लगे। इस पर मृतक परिवार के लोग भी जुट गए। उन्होंने भी ईंट पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इससे गांव में अफरातफरी मच गई। हत्या से गांव में तनाव है। फोर्स तैनात की गई है। परिजन का कहना था कि घायल गज सिंह को अस्पताल ले जा रहे थे। मगर, आरोपियों ने रास्ते में हमला कर दिया। इस कारण एक घंटे तक अस्पताल नहीं जा सके। इससे गज सिंह की जान चली गई।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
M: 9997411800, 9719616444

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