एडीसीपी क्राइम अंजली विश्वकर्मा ने कहा- ठगों तक पहुंचने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही जांच
हिंदुस्तान एयरोनाटिकल्स लिमिटेड (एचएएल) से 55 लाख रुपये की ठगी के लिए इस्तेमाल हुई फर्जी ई-मेल आईडी की सही लोकेशन निकालने के लिए साइबर सेल ने कई कंपनियों से संपर्क किया है। इंटरपोल से रिपोर्ट हासिल करने के लिए सही फाॅर्मेट तैयार किया जा रहा है। फाॅर्मेट के आधार पर ही फर्जी कंपनी के प्रमाणीकरण और उसके एचएएल को ई-मेल भेजने की जानकारी हासिल हो सकेगी। एडीसीपी क्राइम अंजली विश्वकर्मा ने बताया कि रुपये न्यूयाॅर्क के जिस बैंक में भेजे गए हैं, उन रुपयाें को निकाला गया या कहीं और ट्रांसफर कराए गए, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।

मेल का नहीं मिला जवाब, भेजा गया रिमाइंडर
डीसीपी क्राइम ने सोमवार को इंटरपोल, विदेश मंत्रालय और फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व ऑफ इंडिया (एफआरआई) को मेल भेजा था। वहां से कोई जवाब न मिलने पर मंगलवार लखनऊ स्थित साइबर मुख्यालय के एसपी की ओर से दोबारा रिमाइंडर भेजा गया है।

क्राइम ब्रांच को मिला ई-मेल हेडर
सूत्र बताते हैं कि क्राइम ब्रांच की टीम को एचएएल से ई-मेल का हेडर मिल गया है। इसमें कौन कौन से दिन कंपनी और एचएएल के बीच संवाद हुआ है। इससे माध्यम से फर्जीवाड़ा कहां से हुआ है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।