ब्लैक मनी को व्हाइट करने का झांसा देकर व्यापारियों को बनाया शिकार
सरोजनीनगर पुलिस ने व्यापारी को अगवा कर फिरौती मांगने के आरोपी तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपी पारा के कुल्हड़ कट्टा निवासी आकाश यादव, डिप्टी खेड़ा निवासी प्रदीप पाल और मोहान रोड निवासी आदर्श दुबे के चंगुल से दो व्यापारियों को सकुशल बरामद किया गया है। आरोपी इंस्टाग्राम के जरिये व्यापारियों से संपर्क करते थे और उन्हें ब्लैक मनी को व्हाइट करने पर 10 प्रतिशत कमीशन देने का झांसा देते थे।

एसीपी कृष्णानगर विकास कुमार पांडेय के मुताबिक सोमवार को बंगलूरू निवासी सैयद दानिश ने ईमेल के जरिये उनके मित्र मंजूनाथ को अगवा किए जाने की सूचना दी थी। छानबीन में पता चला कि मंजूनाथ 22 मार्च को लखनऊ आए थे और तब से लापता हैं। उन्होंने लखनऊ पहुंचने पर पत्नी रेखा को वीडियो कॉल कर सूचित भी किया था। 22 मार्च की शाम उनके मित्र लोहित बीजी को अनजान नंबर से धमकी भरा फोन किया गया। फोनकर्ता ने कहा कि मंजूनाथ का अपहरण हो गया है। आरोपियों ने एक करोड़ रुपये फिरौती मांगी। रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। शिकायत पर पुलिस ने पड़ताल शुरू की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
इंस्टाग्राम पर बना रखा था पेज
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इंस्टग्राम पर साई हवाला ट्रेडर्स के नाम से जाली दस्तावेजों की मदद से पेज बना रखा है। इसी पेज से वह लोगों से बात करते थे। झांसा दिया जाता था कि उनके पास कई पार्टियां ऐसी हैं जिनके पास कैश है। अगर ये ब्लैक मनी व्हाइट कर दिया जाए तो कुल राशि का 10 प्रतिशत कमीशन देंगे। झांसे में आकर मंजूनाथ लखनऊ आए थे।

12 मार्च को भी लखनऊ आए थे मंजूनाथ
इंस्टाग्राम पर मंजूनाथ की राजू नाम के व्यक्ति से बात हुई थी। फोन पर भी राजू ही बात करता था। ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए मंजूनाथ 12 मार्च को भी लखनऊ आए थे। हालांकि, तब उनकी मुलाकात आरोपियों से नहीं हो पाई थी। दोबारा आने पर मंजूनाथ ने अपने दोस्त कानपुर के नाजिर बाग बेकनगंज निवासी सैय्यद इसरार अहमद को होटल बुला लिया था। आरोपियों के बुलाने पर वह दोस्त के साथ शकुंतला मिश्र विवि के गेट नंबर दो पहुंचे थे। यहीं पर आरोपियों ने दोनों को अगवा कर लिया था। पुलिस की सक्रियता से दोनों व्यापारियों की जान बच गई।
मंजूनाथ के फोन से ही मांगी थी फिरौती
लखनऊ पहुंचने पर मंजूनाथ गोमतीनगर स्थित एक होटल में ठहरे थे। आरोपियों ने मंजूनाथ के फोन से ही फिरौती की रकम मांगी थी। आरोपियों ने बताया कि वह अक्सर फिरौती की रकम मिलने के बाद व्यापारियों को छोड़ देते थे। आरोपियों के एक साथी पारा के समदा निवासी विवेक यादव को पुलिस तलाश रही है। गिरफ्तार किए गए आरोपी पढ़ाई करते हैं। डीसीपी दक्षिणी ने गिरफ्तार करने वाली टीम को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।