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Lucknow : नाबालिग बहनों पर गलत नजर डालना पड़ा भारी, भाइयों ने सराफ को मौत के घाट उतारा

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सराफ हत्याकांड में बड़ा खुलासा, अवैध संबंधों का दबाव बना बना कारण

चौक निवासी सराफ रूप नारायण सोनी (65) हत्याकांड का दुबग्गा पुलिस ने राजफाश किया है। सराफ की हत्या सगी बहनों से अवैध संबंध बनाने का दबाव डालने पर की गई थी। पुलिस ने हत्या के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। नाबालिग सगी बहनों को सुधार गृह भेजा गया है। आरोपियों के पास सराफ की दुकान से लूटे गए जेवर भी बरामद किए गए हैं।डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक, रईसनगर ढाल तहसीनगंज निवासी गोलू, विनय कुमार और हंसराज को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में गोलू और विनय ने बताया कि दोनों किशोरियां मौसेरी बहने हैं। सगी बहनों ने सराफ से ब्याज पर रकम ली थी। रकम वापस न कर पाने पर सराफ दोनों पर अवैध संबंध बनाने का दबाव डाल रहा था।

बहनों ने यह जानकारी उन्हें दी। दोनों ने साथी हंसराज को बुलाया और हत्या की साजिश रच डाली। 18 मार्च को रूप नारायण सोनी दुबग्गा स्थित सीता विहार कॉलोनी में ताड़ी खाना रोड पर पवन ज्वेलर्स नाम की अपनी दुकान पर पहुंचे थे। शाम के समय सराफ सगी बहनों के घर ब्याज मांगने के बहाने पहुंच गए। आरोपियों ने बताया कि सराफ घर में घुसते ही सगी बहनों पर अवैध संबंध बनाने का दबाव डालने लगे। उधर, साजिश के तहत गोलू, विनय और हंसराज घर में पहले से मौजूद थे। सगी बहनों के आवाज देने पर तीनों वहां पहुंच गए और सराफ पर ईंट से हमला कर दिया।

हत्या कर एंबुलेंस से फेंका शव

आरोपियों ने मिलकर रूप नारायण की हत्या कर दी। किसी को शक न हो इसके लिए निजी एंबुलेंस में शव रखकर मड़ियांव इलाके में पहुंचे। घैला पुल के पास सन्नाटा देखकर एंबुलेंस से शव निकालकर सड़क किनारे फेंक दिया और वापस लौट आए। पुलिस ने आरोपियों के पास से एंबुलेंस बरामद कर लिया है।

चाभी लेकर खोला ताला, बटोर ले गए जेवर
आरोपियों ने सराफ के पास से ज्वैलरी शॉप की चाभी ले ली थी। वारदात के बाद सभी ज्वैलरी शॉप पहुंचे और दुकान का ताला खोलकर सारा जेवर समेट लिया। किसी को शक न हो, इसके लिए बाहर से ताला भी बंद कर दिया। 19 मार्च को सराफ के दामाद नागेंद्र जब दुकान पहुंचे तो उन्हें घटना की जानकारी हुई।

गिरवी रखे थे जेवर, लूट का माल बरामद
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 143 ग्राम सोना, पांच किलो 208 ग्राम चांदी बरामद की है। पुलिस का कहना है कि सगी बहनों की मां ने सराफ के पास रकम लेने के बाद जेवर गिरवी रखा था। सराफ अक्सर ब्याज की रकम लेने के लिए सगी बहनों के घर जाते थे। रूप नारायण ब्याज देने का भी दबाव बना रहे थे। इससे परेशान होकर आरोपियों ने वारदात की साजिश रची। उल्लेखनीय है कि सराफ 18 मार्च को घर से दुकान जाने के लिए निकले थे और तब से लापता थे। रविवार रात में मड़ियांव में घैला पुल के पास उनका शव मिला था। 20 मार्च को सर्राफ के बेटे नीलेश ने चौक थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
M: 9997411800, 9719616444

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