24 घंटे बाद भी खाली हाथ पुलिस, शकील की तलाश तेज
कानपुर में कोर्ट परिसर से मंगलवार को फरार सजायाफ्ता कैदी शकील अहमद का पुलिस 24 घंटे बाद भी सुराग नहीं लगा सकी है। कोतवाली पुलिस के अलावा नरवल पुलिस भी उसकी तलाश में दबिश दे रही है। कैदी की पत्नी के घर पर न मिलने के बाद से पुलिस उसके भी कैदी को भगाने में शालिम होने की आशंका जता रही है। बता दें, आरोपी शकील पुलिस से मारपीट के मामले में एसीजे जूनियर जेडी कोर्ट में पेशी पर जेल से आया था। इस दौरान उसकी सुरक्षा में तीन पुलिस कर्मियों को लगाया गया था। सूत्रों के अनुसार पेशी के बाद शकील ने सुरक्षा में तैनात कर्मी से कार से मिलने आई अपनी परिचित महिला के साथ निजी पल बिताने की इच्छा जाहिर की।

शकील की पत्नी जेल में मिलने गई थी
तीनों पुलिस कर्मियों ने उसे महिला के साथ कार में छोड़ दिया। खुद कार से दूर चाय समोसा खाने बैठ गए। इस बीच शकील कार समेत भाग निकला था। एसीपी कोतवाली आशुतोष कुमार ने बताया तफ्तीश में सामने आया है कि 17 मार्च को शकील की पत्नी उससे जेल में मिलने गई थी।
ई-रिक्शे पर परिवार संग सवार दिखा
तभी उसने कपड़े आदि उसे दिए थे। ऐसे में आशंका है वकीलों जैसे कपड़े पहनकर पेशी के दौरान कोर्ट परिसर से फरार होने की योजना दोनों ने साथ बनाई। पुलिस अबतक लगभग 80 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल चुकी है। इसमें वह सरसैया घाट पर ई-रिक्शे पर परिवार संग सवार दिखा।

शकील का फोटो सर्कुलेट कर दिया गया
एसीपी कोतवाली के मुताबिक आसपास के जनपदों में कैदी शकील का फोटो सर्कुलेट कर दिया गया है। मामले में लापरवाही बरतने पर पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज हुई है। रिपोर्ट बनाकर अधिकारियों को भेजी जाएगी। वहीं से विभागीय कार्रवाई होगी।
घटना के बाद से अलर्ट दिखी पुलिस
मंगलवार को कैदी के भागने के बाद बुधवार को पुलिस अलर्ट मोड पर रही। यहां तैनात सुरक्षा बल लगातार गश्त करते रहे। पेशी पर लाए गए बंदियों को लेकर भी पुलिस सतर्क रही। पेशी के बाद कैदियों को सतर्कता के साथ वापस जेल ले जाया गया।
हेड कांस्टेबल ने बताया- अन्य के साथ पेशी पर आया था
एसआई दिलीप कुमार सिंह ने कोतवाली में दी तहरीर में बताया कि वह 25 मार्च को सदर हवालात प्रभारी के रूम में ड्यूटी पर था। जिला कारागार से अन्य अभिुक्तों के साथ शकील अहमद भी कोर्ट में पेशी के लिए आया हुआ था।
पेशाब का बहना बना भागा था शकील
दोपहर करीब 1.11 बजे शकील को अन्य तीन अभियुक्तों के साथ हेड कांस्टेबल अमित, सिराज व संदीप को सुपुर्द कर कोर्ट में पेशी के लिए रवाना किया गया था। हेड कांस्टेबल सिराज शकील को लेकर नहीं आया। जब उन्होंने सिराज को कॉल कर पूछा तो पता चला कि पेशी के बाद शकील को जब हवालात लेकर आ रहा था तो वह रास्ते में पेशाब का बहाना बनाकर फरार हो गया।