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प्रगति हत्याकांड में बड़ा खुलासा, दुल्हन की साजिश से जुड़े नए सबूत मिले

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हत्या के आरोप में अनुराग जेल में, पिता डर के कारण घर छोड़कर फरार

Kanpur News : मैनपुरी के हाइड्रा कारोबारी दिलीप यादव की हत्या में शामिल पत्नी प्रगति के प्रेमी अनुराग यादव के घर पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हत्याकांड में उसके शामिल होने और जेल जाने के बाद से घर में कोई बड़ा नहीं है। डर से पिता भी घर से फरार हैं। इसे लेकर गांव में चर्चा भी है। घर में अकेली बहन भी किसी से बात नहीं कर रही। पुलिस अनुराग को जेल भेज चुकी है। फफूंद थाना के गांव सियापुर निवासी हत्यारोपी अनुराग यादव उर्फ बबलू उर्फ मनुज कुमार ही घटना का मुख्य बताया जा रहा है। बेटे की करतूत सामने आने के बाद उसका पिता घर से फरार है। अनुराग दो बहनों का इकलौता बड़ा भाई है। उसकी एक बहन बबली की शादी कन्नौज के उमर्दा में हुई है। वह वहीं रहती है। 

किसी से बात नहीं कर रही छोटी बहन
छोटी बहन पप्पी ही घर में अकेली है। अपने भाई की गिरफ्तारी और पिता की फरारी से वह भी दहशत में है। वह किसी से बात नहीं कर रही है। बुधवार को गांव में चर्चा रही कि इसका रिश्ते का एक भाई ब्लॉक भाग्यनगर की ही एक ग्राम पंचायत का प्रधान है। वह भी आपराधिक प्रवृत्ति का बताया जा रहा है। प्रधान का छोटा भाई भी अपराधी किस्म का है। अनुराग और उसका मौसेरा भाई ग्राम प्रधान और उसका छोटा भाई घटना से दो दिन पहले और बाद में सियापुर में देखे गए हैं।

परिवार का दावा- प्रगति के रुपये और जेवर सुरक्षित, शूटर को कहां से दी सुपारी?
दिलीप की हत्या की आरोपी उसकी पत्नी प्रगति के शूटर को पैसा देने की बात गांव के लोगों के गले नहीं उतर रही है। प्रगति के बड़े भाई आलोक यादव ने बताया कि जयमाल और मुंह दिखाई में लगभग 32 हजार रुपये बहन को मिला था। उसमें से लगभग 25 हजार रुपया सुरक्षित रखा है। वहीं ससुराल और मायके पक्ष के और चढ़ावे के अधिकतर जेवर भी सुरक्षित हैं। अगर बहन ने सुपारी का पैसा दिया तो कहां से लेकर दिया, इसका पता नहीं चला है। भाई ने यह भी बताया कि अनुराग से उनके परिवार का कोई संबंध नहीं था और न ही प्रगति की शादी में उनके परिवार को निमंत्रण दिया था।

मीडिया का जमावड़ा, रोज एक नई कहानी 
गांव सियापुर में घटना के बाद से सन्नाटा छाया हुआ है। ग्रामीण अपने घरों से निकलने में घबरा रहे हैं। मीडिया का जमावड़ा देख गांव के लोग कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। ग्रामीणों में चर्चा है कि लड़की पक्ष के लोग बेहद सीधे-साधे हैं और आरोपी युवक खासा दबंग किस्म का बताया जा रहा है। उसके पास क्षेत्र के आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का आना-जाना था। चर्चा है कि भले ही आरोपी युवक जेल पहुंच गया हो, लेकिन कोई भी बोलने से कतरा रहा है।

प्रगति के घर पर कोई नजर नहीं आया 
पति की हत्या की आरोपी प्रगति के घर पर भी सन्नाटा पसरा है। गांव में मेन रोड किनारे बने दो मंजिला मकान के बाहर बुधवार को पूरी तरह सन्नाटा पसरा दिखा। उसके बुजुर्ग बीमार माता-पिता घर के अंदर हैं। उन्हें वारदात की जानकारी नहीं दी गई है। बड़ा भाई आलोक ही घर में है। आलोक और उसके छोटे भाई आशुतोष की पत्नियां बीमार हैं। आलोक की पत्नी सावित्री देवी औरैया के एक अस्पताल में है। आशुतोष की पत्नी रागिनी को आगरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छोटा भाई संतोष प्रगति की ससुराल मैनपुरी के भोगांव स्थित नगला-दीपा में है।

वोटर लिस्ट में अनुराग का नाम मनुज नारायण 
दिलीप यादव की हत्या का आरोपी गांव सियापुर निवासी अनुराग उर्फ बबलू बेहद शातिर बताया जा रहा है। इसका अपने ही गांव के किसी परिवार में आना-जाना नहीं था। न ही किसी से करीबी थी। इसके पिता का भी गांव वालों से ज्यादा मेलजोल नहीं है। गांव के लोग कहते हैं कि अनुराग के गांव में किसी से अच्छे संबंध भी नहीं हैं, जिसकी वजह से ग्रामीण भी इसके परिवार से संबंध नहीं रखते थे। इसको क्षेत्र में तीन नामों अनुराग, बबलू और मनुज कुमार के नाम से जाना जाता है। गांव की वोटर लिस्ट में इसका नाम मनुज नारायण के नाम से दर्ज है। गांव में चर्चाएं है कि इसके पास खुद की बाइक भी नहीं है, लेकिन रोजाना बुलेट और स्कॉर्पियो से गांव में आकर रुतबे का दिखावा करता था। लोगों में चर्चा रही कि इसके संबंध भी क्षेत्र के आपराधिक किस्म के लोगों से हैं। 

पारुल बोली, देवर की हत्यारोपी बहन को दी जाए फांसी की सजा 
प्रगति की करतूत से उसके परिजन भी उससे नाता तोड़ते जा रहे हैं। प्रगति की बड़ी बहन पारुल की शादी दिलीप के बड़े भाई संदीप के साथ 2019 में हुई थी। पारुल का कहना है कि बहन ने जिस प्रकार देवर की हत्या कराई है, उसी प्रकार उसे फांसी की सजा कानून से मिलनी चाहिए। उसका परिवार से कोई नाता नहीं है। परिवार वाले उसका चेहरा भी नहीं देखना चाहते हैं।

औरैया में सौरभ राजपूत जैसा हत्याकांड
5 मार्च को मैनपुरी निवासी कारोबारी दिलीप कुमार (24) की शादी फफूंद निवासी प्रगति से हुई थी। शादी के 15 दिन बाद 19 मार्च को दिलीप को गोली मारी गई थी। दो दिन बाद उसकी मौत हो गई थी। जांच में जुटी पुलिस ने सोमवार को सनसनीखेज खुलासा किया। हत्याकांड की साजिश पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर रची। प्रगति को मुंह दिखाई में मिले रुपयों से भाड़े के शूटरों को सुपारी दी गई। पुलिस ने हत्यारोपी पत्नी, उसके प्रेमी अनुराग व एक शूटर को धर दबोचा है। 

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
M: 9997411800, 9719616444

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