जूस विक्रेता और ताला कारीगर के बाद अब सफाई कर्मचारी पर 33.88 करोड़ की गाज
अलीगढ़ में जूस विक्रेता और ताला कारीगर के बाद अब आयकर के नोटिस का बम चंडौस स्थित भारतीय स्टेट बैंक के सफाई कर्मचारी करन कुमार वाल्मीकि के परिवार पर फूटा है। करन कुमार को आयकर ने 33.88 करोड़ रुपये का नोटिस दिया है। जबकि उसे ठेकेदार से 14200 रुपये मानदेय मिलता है। करन कुमार के पैन कार्ड से बनाई गई बोगस फर्म में वित्तीय वर्ष 2019-20 में 33.88 करोड़ रुपये का लेनदेन दिखाया है। इसी आधार पर इतनी ही राशि का नोटिस विभाग की ओर से 29 मार्च 2025 को जारी कर दिया गया है। नोटिस के बाद करन का परिवार सदमे में हैं। घर के सभी सदस्य तनाव में आ गए हैं।

चंडौस में वाल्मीकि बस्ती में रहने वाले करन कुमार कस्बा स्थित एसबीआई आरएसीसी ब्रांच में सन 2020 से 2023 तक सफाई कर्मी के पद पर तैनात थे। सन 2024 में उनका स्थानांतरण एसबीआई की खैर शाखा के लिए हो गया। तब से अब तक वह रोजाना खैर जाकर ड्यूटी करते हैं। करन के बड़े भाई लोकेश कुमार भी चंडौस की एसबीआई शाखा में सफाई कर्मी के पद पर हैं। करन कुमार के पिता सूरजपाल सिंह भी कस्बे की भारतीय स्टेट बैंक में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद से जनवरी 2024 में रिटायर हो चुके हैं। करन के दोनों बेटे भी ठेकेदार के अधीन सफाई कर्मी का काम करते हैं। इस तरह करन के परिवार की इतनी आमदनी नहीं है कि वह कभी इतनी बड़ी रकम के बारे में सोच भी सके।
बैंक कर्मी के पैन कार्ड पर सन 2019-20 में बड़ा लेनदेन हुआ है। यह विवरण विभाग के इनसाइड़ पोर्टल पर शो हुआ है। जिसके बाद नोटिस जारी किया गया है। – नेम सिंह, आयकर अधिकारी
नोटिस के बाद परिवार में घबराहट, जवाब में कहा- पैन कार्ड का दुरुपयोग हुआ
करन कहते हैं कि हमने तो कभी इतनी रकम बैंक में भी नही देखी। नोटिस मिलने पर पूरा घर घबराया हुआ है। ये मामला पैन कार्ड के दुरुपयोग का हो सकता है। इसके लिए विभाग ने 31 मार्च को कार्यालय में नोटिस का जवाब दाखिल करने के लिए कहा। करन ने अपने पैन कार्ड के दुरुपयोग होने की बात ही जवाब में कही है।

खुद का मकान भी नहीं
करन कुमार के पास अपना खुद का मकान भी नहीं है। वे अपने पिता के बनाए हुए मकान में पत्नी के साथ रहते हैं। करन कुमार को महीने के 14200 रुपये मिलते हैं। अपने और बेटों को मिलने वाले पैसे से घर की गुजर होती है। यह रकम इतनी नहीं है कि आयकर जमा करने के दायरे में आ सके। तीन जगह दिया था पेन कार्ड आयकर विभाग की ओर से जारी किए गए नोटिस में करन कुमार के पैन कार्ड का इस्तेमाल कहां किया गया है इसका जिक्र नहीं है। लेकिन करन कुमार का कहना है कि उसने तीन जगह पर पूर्व में पैन कार्ड जमा किया था। इसमें एक दिल्ली की नामी सीमेंट कंपनी ,दूसरी जगह आरसीएम कंपनी व तीसरी जगह एक बैंक में पैन कार्ड दिया था । करन ने अपने पैन कार्ड के दुरुपयोग किए जाने की जांच की मांग की है।
115 नोटिस आयकर विभाग की ओर से जारी हुए
अलीगढ़ के आयकर विभाग ने उन पैन कार्ड और खातों को रडार पर लेना शुरू किया है, जिनमें कुछ वर्षों तक तो आयकर रिटर्न भरा गया। इसके बाद रिटर्न भरना बंद कर दिया गया। रिटर्न भरना बंद करने के बाद इन खातों में बड़ी रकम का लेनदेन तो हुआ लेकिन आयकर अदा नहीं किया गया। ऐसे लोगों को ही धारा 148 में 115 नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इसी तरह के नोटिस जूस वाले रईस और ताला कारीगर योगेश के पास पहुंचे हैं।