परिवार का आरोप—पत्नी और ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर दी जान
लखीमपुर खीरी के सदर कोतवाली के मोहल्ला निवासी युवक ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने अपनी दर्दभरी कहानी बयां की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिवारवालों ने मृतक की पत्नी व ससुरालीजनों पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मोहल्ला गंगोत्रीनगर निवासी अमन रस्तोगी (28) पुत्र प्रमोद रस्तोगी ने सोमवार रात घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी परिजनों को मंगलवार सुबह उठने पर हुई। कमरे में अमन का शव लटकता देख परिजनों में चीख पुकार मच गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने अमन के कपड़ों की तलाशी ली तो जेब से सुसाइड नोट बरामद हुआ।

सुसाइड नोट में बयां किया दर्द
सुसाइड नोट में अमन ने अपना दर्द बयां किया। अमन ने लिखा, मैं सुसाइड करने जा रहा हूं, वह भी अपनी मर्जी से। कोई भी मेरे परिवार को परेशान न करे। मेरा परिवार पहले से ही बहुत परेशान है। जब से शादी हुई है, मेरी पत्नी यहां एक महीने ही रुकी है। एक साल से वह अपने घर पर ही रह रही है। मैं नहीं चाहता हूं मेरे भाई को कोई परेशानी हो। परिवार वाले मुझे बहुत मानते हैं, पर मैं मजबूर हूं। अपनी जिंदगी से बहुत परेशान हूं। मैं अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाया इसका बात का मुझे बहुत अफसोस है। सुसाइड नोट में अमन ने अपने भाई चमन के लिए लिखा कि मेरे न रहने पर माता-पिता का वैसे ही ख्याल रखना जैसे पहले रखते थे। मेरी शादी कोमल से हुए छह साल से ज्यादा हो गए। मैंने शादी करके बहुत गलती की है। मुझे शादी नहीं करनी चाहिए थी।

छह साल पहले हुई थी शादी
पोस्टमार्टम हाउस पर चमन ने बताया कि उसके भाई अमन रस्तोगी की शादी करीब छह साल पहले कानपुर के शुक्लागंज निवासी कोमल के साथ हुई थी। आरोप है कि करीब डेढ़ महीने पहले अमन प्रयागराज गया था। वहां किसी बात को लेकर अमन और कोमल के बीच विवाद हुआ था। विवाद के बाद से ही भाभी कोमल घर नहीं आ रही थी। कोमल अपने मायके में ही रही थी। चमन ने बताया कि कई बार के बुलाने पर भी कोमल घर नहीं आई। आरोप लगाया कि परिवार के लोगों के साथ कोमल अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उन्हें परेशान करती थी। लगातार प्रताड़ना मिलने के चलते भाई ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। फिलहाल पुलिस सुसाइड नोट को आधार बनाकर जांच में जुट गई है।