अब भी फरार है तीसरा आरोपी आशीष अग्रवाल, पुलिस की तलाश जारी
तीन युवतियों से दुष्कर्म के तीन आरोपियों में से एक आरोपी लोकेंद्र सिंह को पुलिस ने मंगलवार रात को कटनी से पकड़ लिया। वह एक होटल में छिपा हुआ था। वहीं, दूसरे आरोपी स्वतंत्र शाहू ने बुधवार शाम को अदालत में समर्पण कर दिया। अभी तीसरा आरोपी ऑटो पार्ट्स का कारोबारी आशीष अग्रवाल फरार है। इस मामले में तीन आरोपी अब तक पकड़े जा चुके हैं। तीन युवतियों से यौन शोषण मामले में मंगलवार को विशेष न्यायाधीश एससी\एसटी की अदालत ने तीनों आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। इसके बाद शहर कोतवाली पुलिस और एसओजी की टीम ने आरोपी व्यवसायी लोकेंद्र सिंह को मध्य प्रदेश के कटनी के एक होटल से गिरफ्तार किया। वहीं, बुधवार को शाम पांच बजे एक अन्य आरोपी गुटखा व्यापारी स्वतंत्र साहू ने अधिवक्ताओं के साए में न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने लोकेंद्र को जिला अस्पताल में लाकर मेडिकल कराया। इसके बाद एससी\एसटी न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं, स्वतंत्र शाहू को भी अदालत ने जेल भेज दिया है।

बता दें कि शहर कोतवाली में 22 मार्च को तीन युवतियों ने शहर के तीन कारोबारियों जिला परिषद रोड निवासी ऑटो पार्ट्स व्यवसायी आशीष अग्रवाल, डीएवी इंटर कॉलेज रोड निवासी गुटखा व्यवसायी स्वतंत्र साहू व पल्हरी बाईपास निवासी ठेकेदार लोकेंद्र सिंह के खिलाफ नौकरी दिलाने के नाम पर यौन शोषण और दुष्कर्म करने, जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की विवेचना कर रहे सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह ने इस मामले में संलिप्त एक अन्य व्यवसायी शहर के खूंटी चौराहा निवासी नवीन विश्वकर्मा को नामजद करते हुए यौन शोषण की धारा के साथ मानव तस्करी की धारा बढ़ाते हुए उसके घर से 27 मार्च को गिरफ्तार किया था।
स्वतंत्र साहू के समर्पण से पुलिस की किरकिरी
यौन शोषण मामले में पुलिस की कार्य प्रणाली शुरू से ही सवालों के घेरे में रही है। जानकार बताते हैं कि 22 मार्च को रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस चाहती तो चारों आरोपियों को उसी दिन गिरफ्तार कर सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया। स्वतंत्र साहू का न्यायालय में समर्पण इस बात को उजागर कर रहा है कि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ठोस प्रयास नहीं कर रही थी। इससे पुलिस की किरकिरी हुई है। हालांकि, पुलिस ने समर्पण को बढ़ता दबाव बता रही है।

होटल व गुटखा का चलता था अच्छा कारोबार
न्यायालय में समर्पण करने वाला आरोपी स्वतंत्र साहू काफी अमीर बताया जाता है। वह चार भाइयों में सबसे छोटा है। गूलरनाका में उसका इंपीरियल होटल और रेस्टोरेंट संचालित हो रहा है। मर्दननाका में गुटखा कारखाना है। बताया जाता है कि स्वतंत्र ने दोनों कारोबार से करोड़ों रुपये कमाए हैं। स्वतंत्र के भाई भी गुटखा कारोबारी हैं, लेकिन उनकी छवि संभ्रांत कारोबारियों की है।
लोकेंद्र सिंह ने एक दशक में बनाई बड़ी प्रापर्टी
यौन शोषण के आरोपी पल्हरी बाईपास (गुरेह) निवासी लोकेंद्र सिंह चंदेल ने एक दशक में करोड़ों की प्रापर्टी बनाई है। ग्रामीणों के मुताबिक लोकेंद्र ने छह वर्ष पहले गुरेह गांव में बांदा-बिसंडा राजमार्ग के किनारे करीब 12 बीघे जमीन खरीदी थी। अब इसकी कीमत करीब 20 करोड़ बताई जा रही है। इसी जमीन पर उसने चार वर्ष पहले पेट्रोलपंप खोला था। इसके अलावा पल्हरी बाईपास चौराहे पर आलीशान भवन है, जिसमें वह परिवार के साथ रहता है। यहीं से वह सरिया, गिट्टी, सीमेंट (ट्रेडर्स) का कारोबार भी कर रहा है। गुरेह गांव में उसने हाईवे किनारे मैरिज हॉल बनवाया है। लोकेंद्र के जिले के दोनों माननीयों के साथ काफी नजदीकी बताई जाती है। उनके साथ कई तस्वीरें भी वायरल हुई हैं। उसकी राजनीति पर अच्छी पकड़ बताई जाती है।
यौन शोषण व मानव तस्करी के आरोपी लोकेंद्र सिंह को मध्य प्रदेश के कटनी जिले से गिरफ्तार किया है। दूसरे आरोपी स्वतंत्र साहू ने पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते न्यायालय में समर्पण किया है। आरोपी नवीन विश्वकर्मा को पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब एक आरोपी आशीष अग्रवाल फरार है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। – राजीव प्रताप सिंह, विवेचक, सीओ सिटी, बांदा