गुरुमुख सिंह को भी लगीं दो गोलियां, गंभीर हालत में मेडिकल में भर्ती
Murder News: मेरठ के हस्तिनापुर में प्रधान चुनाव की रंजिश और सवा साल पहले हुए तीरथ हत्याकांड का बदला लेने के लिए बुधवार शाम गांव लतीफपुर में परमजीत सिंह उर्फ गुल्ला (35) की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। हमले में गुल्ला के साथी गुरुमुख सिंह भी दो गोली लगने से घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में मेरठ मेडिकल में भर्ती कराया गया है। पुलिस हत्यारोपियों की तलाश में जुटी है।

हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के गांव लतीफपुर गांव के बाहर बुधवार शाम करीब पांच बजे बामनौली मार्ग पर देसी शराब के ठेके के समीप परमजीत उर्फ गुल्ला अपने साथी गुरुमुख के साथ दुकान पर बैठकर पकौड़े खा रहा था। तभी घात लगाए बैठे कुछ हमलावर बाइक पर सवार होकर पैदल मौके पर पहुंचे। आरोपियों ने परमजीत और गुरुमुख पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। परमजीत के सिर और गर्दन पर तीन गोलियां लगीं। गुरुमुख को एक गोली छूते हुए निकल गई और दूसरी उसकी पीठ में धंस गई। हस्तिनापुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को परिजनों की मदद से मवाना के निजी अस्पताल में पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने परमजीत उर्फ गुल्ला को मृत घोषित कर दिया। गुरुमुख को मेरठ रेफर कर दिया। एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा का कहना है कि सात आरोपियों के खिलाफ तहरीर मिली है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया जाएगा।
थाने पहुंचकर प्रभु सिंह ने कहा- मुझे भी मारी गोली
वारदात के कुछ देर बाद पास ही के गांव किशनपुर निवासी एक वर्ष पूर्व गुरुद्वारे में मारे गए तीरथ सिंह का पिता प्रभु सिंह हस्तिनापुर थाने पर पहुंचा तथा परमजीत पर आरोप लगाया कि उसने उस पर भी गोली चलाई। पुलिस ने घटना को संदिग्ध मानते हुए प्रभु सिंह को हिरासत में ले लिया है।

परमजीत की पत्नी ने ग्राम प्रधान पर लगाया आरोप
परमजीत की पत्नी पायल कौर ने रोते हुए आरोप लगाया कि उनके पति की हत्या गांव के प्रधान गोरे उर्फ दिलदार ने कराई है। आरोप लगाया कि तीरथ सिंह की हत्या में उसके पति को ग्राम प्रधान ने नाम दर्ज किया था। जिसमें वह जेल गए थे चार महीने पूर्व नवंबर में परमजीत जमानत पर जेल से बाहर आए। इसके बाद ग्राम प्रधान जान से मारने की धमकी दे रहा था। परमजीत के सात वर्ष की बेटी और डेढ़ वर्ष का बेटा है।
गुरुद्वारा साहिब में की थी तीरथ की हत्या
किशनपुर निवासी तीरथ सिंह की 6 जनवरी 2024 की देर रात गुरुद्वारा साहिब के प्रांगण में हत्या की गई थी। प्रभु सिंह ने पांच के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
2021 के ग्राम पंचायत चुनाव से शुरू हुई रंजिश
लतीफपुर में वर्ष 2021 में हुए ग्राम प्रधान पद के चुनाव में हुई रंजिश के कारण दो हत्याएं हो चुकी है। इस रंजिश में दो परिवार उजड़ गए। विकासखंड की ग्राम पंचायत लतीफपुर में ग्राम प्रधान सज्जन सिंह और दिलदार सिंह प्रधान पद के उम्मीदवार थे। दिलदार सिंह को चुनाव जीताने के लिए उसके जीजा के भाई तीरथ सिंह और सनी का महत्वपूर्ण योगदान रहा था।
चुनाव नतीजे आए तो दिलदार सिंह ग्राम प्रधान बन गए। छह महीने बाद ही दिलदार सिंह के सबसे करीबी दोस्त गुरप्रीत उर्फ सनी ने दूरी बना ली। जिसने कहा था कि उसने दिलदार सिंह के लिए अपनी पत्नी के जेवर तक बेच दिए और अब चुनाव जीतने के बाद प्रधान उसे पैसे वापस नहीं दे रहे। इसके बाद उनकी दोस्ती धीरे-धीरे दुश्मनी में बदल गई। उधर, पूर्व प्रधान सज्जन सिंह चुनाव हार गए थे। उन्होंने इस चुनाव का बदला लेने के लिए गुरप्रीत उर्फ सनी पर दांव चला। 2021 के बाद दिलदार सिंह ने चुनाव तो जीत लिया परंतु रंजिश चलती रही। 6 जनवरी 2024 को चुनाव का बदला लेने के लिए तीरथ सिंह की हत्या की गई। दोनों पक्षों की ओर से एक परिवार के व्यक्ति की मौत से दो परिवार उजड़ गए हैं। उधर, इन घटनाओं से अब ग्रामीणों में इस कदर भयभीत है कि कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।