कंपनी की वेबसाइट पर आवेदन करते ही युवक साइबर ठगों के जाल में फंसा
इलेक्ट्रिक स्कूटी की एजेंसी लेने के लिए युवक ने कंपनी की वेबसाइट पर आवेदन किया तो साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस गया। साइबर अपराधियों ने युवक से 4.05 लाख रुपये ठग लिए। आरोपियों ने तीन बार में यह रकम अपने खातों में ट्रांसफर करा ली। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

ब्रह्मपुरी क्षेत्र के पंजाया मोहल्ला निवासी अंकित वर्मा ने थाने में दी तहरीर में बताया कि कुछ समय पूर्व उसने ऐथर कंपनी की इलेक्ट्रिक स्कूटी की एजेंसी लेने के लिए कंपनी की वेबसाइट पर आवेदन किया था। इसके कुछ दिन बाद उनके मोबाइल पर अंजान नंबर से कॉल आई। कॉलर ने अपना नाम राकेश शुक्ला और खुद को ऐथर कंपनी का कर्मचारी बताया। पीड़ित के मुताबिक उन्होंने जो आवेदन किया था, उसकी पूरी डिटेल बताई। इससे उन्हें विश्वास हो गया कि वह कंपनी का कर्मचारी है।अंकित वर्मा ने 2 अप्रैल को एजेंसी के लिए रजिस्ट्रशेन कराने को एक बैंक खाते में आरटीजीएस के माध्यम से 1.55 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। इस ट्रांजेक्शन की जीएसटी रसीद भी उनके पास ऑनलाइन भेजी। इसके बाद तीन अप्रैल को उसी बैंक खाते में लाइसेंस शुल्क के नाम पर 25 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। आरोपी ने 5 अप्रैल को फिर से फोन किया। इस बार दूसरा खाता नंबर दिया और 3.50 लाख रुपये एग्रीमेंट फीस के नाम पर मांगे।

आरोपी ने धमकी दी कि एग्रीमेंट की फीस नहीं देने पर कंपनी की विजिट नहीं होगी। पीड़ित ने करीब 2.25 लाख रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद पीड़ित को अपने साथ कुछ गलत होने आशंका हुई तो उसने छानबीन की। इस पर पता चला कि उसके साथ साइबर ठगी हुई है। पीड़ित ने पुलिस से अपनी रकम वापस दिलाने और ठगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।एसपी क्राइम अवनीश कुमार का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों का पता लगाया जा रहा है। जिन बैंक खातों में रकम ट्रांसफर हुई है, उन्हें फ्रीज करने की रिपोर्ट संबंधित बैंकों को भेजी है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।