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Moradabad : कर्मचारी की हत्या से हड़कंप, वेतन रोकने और धमकी के बाद सामने आई वारदात

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चार साल से कार्यरत था दीपक, स्टोर रूम में मिला शव, फर्म में छाया सन्नाटा

मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र में गोट रोड स्थित आरएच इंटरनेशनल निर्यात फर्म में सोमवार सुबह कर्मचारी दीपक सिंह (27) की जहर देकर हत्या कर दी गई। जानकारी मिलने पर परिजन, ग्रामीण और कई संगठनों के पदाधिकारी पहुंच गए और हत्या का आरोप लगाते हुए पांच घंटे तक हंगामा किया। बाद में पुलिस ने फर्म मालिक तस्लीम हुसैन, उनके बेटे अब्दुल्ला आलम और मैनेजर मंजर आलम के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी जहर से मौत की पुष्टि हुई है।मूंढापांडे के भदासना निवासी दीपक सिंह करीब चार साल से आरएच इंटरनेशनल फर्म में स्टोर रूम में कार्यरत थे। दीपक की पत्नी शीतल ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि फर्म मालिक, उसके बेटे व मैनेजर ने उसे नौकरी से निकालने की धमकी दी थी। करीब दस दिन पहले तीनों ने दीपक के साथ गाली-गलौज की थी। 

शीतल ने कहा कि पति ने कई बार घर आकर कहा था कि फर्म में उसका मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। यह लोग मेरी हत्या कर सकते हैं। शीतल ने नौकरी छोड़ने के लिए कहा तो दीपक ने कहा था कि आज अपना वेतन लेकर आ जाऊंगा। आरोप है कि सोमवार सुबह करीब नौ बजे दीपक फर्म में पहुंचा। स्टोर रूम में जहां सीसीटीवी कैमरे की रेंज नहीं है, उस स्थान पर तस्लीम हुसैन, मंजर आलम, अब्दुल्ला आलम और एक अज्ञात व्यक्ति ने दीपक की जबरन जहर पिलाकर हत्या कर दी।आरोपियों ने मौत होने तक दीपक को फर्म में ही रखा। इसके बाद अस्पताल भिजवा दिया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जानकारी मिलने पर परिजन पहले अस्पताल और फिर शव लेकर फैक्टरी पहुंच गए। इसके बाद अन्य ग्रामीण आ गए और हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर सीओ कटघर आशीष कुमार सिंह और थाना प्रभारी संजय कुमार मौके पर पहुंच गए और लोगों को समझाकर शांत कराया। करीब पांच घंटे तक चले हंगामे के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी जहर से मौत की पुष्टि हुई।

10 दिन पहले दी थी नौकरी से निकालने की धमकी, रोक दिया था वेतन
भदासना निवासी दीपक की जहर देकर हत्या के बाद आरोपी निर्यातक, उसका बेटा और मैनेजर गायब हो गए हैं। आरोपियों के फोन भी बंद हैं। तीनों ने दस दिन पहले दीपक को नौकरी से निकालने की धमकी दी थी। विरोध करने पर वेतन देने से इन्कार कर दिया था। इसके कारण दीपक परेशान कर चल रहा था। दो दिन पहले भी उससे अभद्रता की गई थी। यह आरोप दीपक की पत्नी शीतल और भाई विवेक ने लगाए हैं। दीपक सिंह के परिवार में पत्नी शीतल, दो बेटियां चार साल की अनवी और सात माह की नित्या हैं। इनके अलावा मां इंद्रवती, एक भाई विवेक कुमार, दो बहनें पूजा और मधु हैं। शीतल ने बताया कि उसके पति चार साल से आरएच इंटरनेशनल निर्यात फर्म में नौकरी कर रहे थे। उन्होंने कभी निर्यातक और मैनेजर को शिकायत का मौका नहीं दिया था।

मैनेजर ने दी थी दीपक को धमकी
आरोप है कि दस दिन पहले अचानक उनके पति को नौकरी से निकालने का आदेश दे दिया गया। उन्होंने फर्म मालिक तस्लीम हुसैन और उनके बेटे अब्दुल्ला आलम से बात की। उन्हें बताया कि मैनेजर मंजर आलम नौकरी से निकाल रहे हैं। मैनेजर को जब इस बात की जानकारी हुई तो दीपक को धमकी देते हुए कहा कि पहले तो वेतन देकर नौकरी से निकालना चाहता था, लेकिन अब वेतन भी नहीं मिलेगा।

वेतन मांगने पर की गई थी अभद्रता
विरोध करने पर दीपक के साथ अभद्रता और धक्कामुक्की की गई। इस बात को लेकर दीपक बहुत परेशान थे। उन्होंने इसका जिक्र घर में भी किया था। दो दिन पहले भी वेतन मांगने पर अभद्रता की गई थी। शीतल का आरोप है कि उनके पति को मारने की धमकियां मिल रही थीं। सोमवार को पति को फैक्टरी में देखकर निर्यातक फर्म के मालिक, उनके बेटे और मैनेजर ने अभद्रता की और जहर पिलाकर मार दिया।

मौत के बाद भेजा अस्पताल, परिवार को नहीं दी सूचना
दीपक के भाई विवेक ने आरोप लगाया कि उनके भाई को जहर पिला दिया था। वह फर्म में ही तड़पते रहे, लेकिन उन्हें अस्पताल नहीं पहुंचा गया। उनकी मौत होने का इंतजार करते रहे। जब दीपक की मौत फर्म में ही हो गई थी तो इसे हादसा दिखाने और खुद को बचाने के लिए फर्म के मालिक और मैनेजर ने शव को अस्पताल भिजवा दिया था। परिवार को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई। विवेक का कहना है कि उनके गांव के रहने वाले अमित भी उसी फर्म में नौकरी करते हैं। उन्होंने सूचना दी, तब घटना की जानकारी हो पाई।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
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