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कानपुर में फ्यूल चोरी रैकेट का खुलासा, मास्टरमाइंड समेत पांच आरोपी गिरफ्तार

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पनकी में डीजल-पेट्रोल चोरी गिरोह का भंडाफोड़, टैंकर की सील खोलकर करते थे गड़बड़ी

पनकी पुलिस ने टैंकर का सील लूज कर डीजल और पेट्रोल चोरी कर बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में गिरोह का मास्टरमाइंड, पेट्रोल-डीजल खरीदने वाले भी शामिल हैं। आरोपियों की पहचान पनकी के शाहपुर निवासी मास्टरमाइंड विनोद वर्मा उर्फ पप्पू, उन्नाव के बांगरमऊ पतसिया निवासी सजल कुशवाहा, बिठूर के चन्दुला इटरा निवासी उदय सिंह, सचेंडी के खानपुर निवासी रामप्रकाश उर्फ बहादुर और बिहार के जमुई धमना निवासी धर्मेन्द्र कुमार पांडेय के रूप में हुई है।

मास्टरमाइंड का भाई मौके से फरार हो गया। उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है। पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब 35 लाख कीमत का कई ड्रम में भरा 3150 लीटर डीजल, एक टैंकर में भरा 3900 लीटर मिनरल तेल (एमटीओ), एक लोडर, एक वैगनआर कार और 11 खाली ड्रम बरामद किया है। एडीसीपी पश्चिम विजयेंद्र द्विवेदी ने बताया कि पिछले कई दिनों से सूचना मिली थी कि इंडियन ऑयल डिपो के पीछे पप्पू का बाड़ा चलता है। वहां पर चोरी का पेट्रोल और डीजल बेचा जाता है। इसके बाद इंस्पेक्टर पनकी मानवेन्द्र सिंह ने स्वाट टीम के साथ मिलकर मौके पर छापा मारा और गिरफ्तारी की।

सील लीक कर चोरी करते थे
पकड़े गए आरोपी इंडियन ऑयल और भारत पेट्रोलियम से निकलने वाले टैंकरों की सील लीक कर पेट्रोल और डीजल की चोरी कर लेते थे। इसे विनोद वर्मा खरीदता था। फिर वह आसपास के इलाके में मौजूद छोटे गिरोहों के लोगों को माल बेंच देता था। विनोद वर्मा ने पूछताछ में बताया कि वो डीजल का काम ज्यादा करता था। चोरी करने वालों से 65 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से डीजल खरीदकर 76 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेच देता। पेट्रोल को 69 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदकर 79 रुपये प्रति लीटर में बेचता था।

नागालैंड ले जाने से पहले विनोद के बाड़े में पहुंचा टैंकर
बिहार निवासी टैंकर चालक धर्मेन्द्र कुमार 39 हजार लीटर एमटीओ लेकर वह भौंती से नागालैंड के लिए निकला था। रास्ते में वह विनोद के बाड़े में पहुंच गया। वहां वह करीब दस लीटर विनोद को एमटीओ 40 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचकर आगे जाने वाला था। एमटीओ एक ऐसा केमिकल है जो पेंट में थिनर की तरह काम करता है। इसके अलावा वार्निशिंग में भी प्रयोग किया जाता है।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
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