हत्यारोपियों ने योगेश के पिता को भी लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा
हत्यारोपियों ने योगेश की हत्या करने में बर्बरता की सभी हदें पार कर दी थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। योगेश के घुटने, पैर, कूल्हे और हाथ बुरी तरह से तोड़ दिए गए थे। आरोपियों ने मृतक के पिता को भी लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा था। वहीं, कार से टक्कर मारने के बाद आरोपियों ने योगेश को काफी दूर तक घसीटा था। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार मनोज चौहान ने योगेश को घसीटने की बात कबूली है। शनिवार रात फौंदापुर गांव निवासी योगेश की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी गई थी। उनके पिता जहेंद्र सिंह चौहान को मरणासन्न हालत में छोड़ा। बचाने आए उनके ताऊ नरेश सिंह के साथ भी मारपीट की गई थी। मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मनोज चौहान उसके भाई पूर्व ग्राम प्रधान राजवीर और चार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की। मनोज को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। राजवीर व चार अज्ञात आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं। सीओ श्वेताभ भास्कर का कहना है कि आरोपियों की तलाश में सभी संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई, लेकिन हाथ नहीं लगे हैं।

कई और नाम भी आ रहे सामने
योगेश की हत्या करने में नामजद वारसाबाद गांव निवासी राजवीर व उसके भाई मनोज का सहयोग करने में कई अन्य नाम सामने आए हैं। पुलिस द्वारा अब तक की गई जांच में पता चला है कि कुछ युवक नगर के भी रहने वाले हैं। हत्या करने में उनकी संलिप्तता सामने आई है। पुख्ता सबूत मिलने पर उनको गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस के हत्थे चढ़ जाता तो बच जाती योगेश की जान
गजरौला। लाठी-डंडे व सरिये से पीटकर मौत के घाट उतारे गए योगेश की तलाश में पुलिस ने दबिश दी थी, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। पुलिस का मानना है कि हाथ लग जाता तो जान नहीं जाती। वारसाबाद निवासी मनोज चौहान ने भाई व पूर्व प्रधान राजवीर और चार साथियों के साथ मिलकर फौंदापुर गांव निवासी योगेश चौहान की शनिवार रात लाठी-डंडे व सरियों से पीटकर हत्या कर दी। उनके पिता जहेंद्र सिंह चौहान को भी अधमरा कर दिया। बचाने आए योगेश के ताऊ नरेश सिंह की भी आरोपियों ने पिटाई की। घटना की वजह शराब की दुकान पर हुई मारपीट बनी।

शनिवार को राजवीर की शराब की दुकान पर शराब की ओवररेटिंग को लेकर युवकों में कहासुनी के बाद राजवीर से मारपीट की गई थी। गांव में शराब की दुकान पर मारपीट होने की सूचना पर यूपी-112 भी मौके पर पहुंची थी। इसके बाद राजवीर थाने आया था। उसने पुलिस से युवकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस का कहना है कि मारपीट करने वाले युवकों में उसने योगेश का भी नाम बताया था। राजवीर की शिकायत पर पुलिस गांव में गई थी। आरोपी युवकों की तलाश में दबिश दी, लेकिन कोई हाथ नहीं लगा। पुलिस ने योगेश सहित कई युवकों की तलाश में दबिश दी थी, लेकिन हाथ नहीं लगे। योगेश पुलिस के हाथ आ जाता तो उसकी जान बच जाती। – श्वेताभ भास्कर, सीओ