मुरवल गांव में हत्या की वारदात, किसान के बेटे की कनपटी पर डंडा मारा, पिता ने मझले बेटे पर जताई आशंका
कोतवाली क्षेत्र के मुरवल गांव में रविवार की रात छत पर सो रहे किसान के बेटे की कनपटी पर डंडा मारकर हत्या कर दी। पिता को आशंका है कि मझले बेटे ने हत्या की है। उनका कहना है कि रात में गेहूं की फसल को लेकर दोनों में कहासुनी हुई थी। हालांकि उन्होंने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। घटना के बाद मझला बेटा घर पर नहीं है।

शशिपाल तिवारी ने बताया कि वह 60 बीघा जमीन के काश्तकार हैं। तीन बेटे और दो बेटियां हैं। बताया कि रविवार की रात बड़ा बेटा मुकेश तिवारी (40) शराब के नशे में घर आया। उसका मझले बेटे कृष्णकांत तिवारी से खेत में पड़ी गेहूं की फसल उठाने को लेकर विवाद हो गया। इस पर मां सावित्री ने दोनों को समझाकर शांत करा दिया। इसके बाद मुकेश छत पर सोने चला गया। कृष्णकांत बाहर वाले कमरे में सो गया। सोमवार की सुबह मां ने छत पर जाकर देखा तो मुकेश का खून से लथपथ शव बिस्तर पर पड़ा था। कनपटी से खून बह रहा था। सूचना पर पहुंचे बबेरू सीओ सौरभ सिंह, बबेरू कोतवाल बलराम सिंह और फॉरेसिंक टीम ने जांच की। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल व अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने भी घटनास्थल का जायजा लिया। पिता ने आशंका जताई कि कृष्णकांत ने घर के पीछे से चढ़कर मुकेश की कनपटी पर डंडा मारकर हत्या की है। पुलिस ने घर से कुछ दूर स्थित कुएं से डंडा भी बरामद किया है। सीओ सौरभ सिंह ने बताया कि पिता की तहरीर पर फिलहाल अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस जांच कर रही है। मझला भाई घटना के बाद से फरार है।

मझले बेटे का तीन साल से मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं
पिता शशिपाल तिवारी के मुताबिक मझले बेटे कृष्णकांत तिवारी का तीन साल से मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है। बीच-बीच में उसका मानसिक संतुलन खराब हो जाता है। इसी कारण उन्होंने कृष्णकांत की शादी भी नहीं की थी। यह भी बताया कि बेटा मुकेश तिवारी अहमदाबाद में नौकरी करता था। पिता का पैर टूटने पर वह जनवरी में घर आया था। मुकेश का पत्नी अंकिता से नौ साल से भरण-पोषण का मुकदमा चल रहा है। पत्नी मायके में रह रही है। उसके नौ साल का पुत्र रौनक भी है।