//

मुरादाबाद में भाजपा पार्षद के भतीजे की हत्या के बाद सड़क जाम, प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच भिड़ंत

20 mins read

भा.ज.पा. पार्षद के भतीजे की हत्या के बाद सिविल लाइंस में लोगों ने शव रखकर जाम लगाया

सिविल लाइंस के काजीपुरा निवासी भाजपा के नामित पार्षद कृपाल सिंह के भतीजे निखिल पाल उर्फ निक्की (19) की हत्या से गुस्साए लोगों ने मंगलवार को कांठ रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया। वारदात के चौबीस घंटे बाद भी आरोपी नहीं पकड़े गए, इसको लेकर लोगों ने छजलैट थाने की पुलिस पर आरोपियों से हमराज होने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस कर्मियों ने शव हटाने की कोशिश की तो महिलाएं भिड़ गईं। दो घंटे बाद एसपी सिटी और एसपी देहात ने लोगों को समझाया और शव हटवाकर यातायात को चालू कराया। सिविल लाइंस के काजीपुरा निवासी भाजपा के नामित पार्षद कृपाल सिंह का भतीजा निखिल 12वीं का छात्र था।

निखिल से छजलैट के कुचावली गांव निवासी उसके दोस्त यश चौधरी ने पांच हजार रुपये उधार लिए थे। यश ने दो हजार रुपये ऑनलाइन वापस कर दिए थे, लेकिन तीन हजार रुपये वापस करने के लिए निखिल को अपने घर बुलाया था। सोमवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे ठाकुरद्वारा के फरीदनगर निवासी अपने फुफेरे भाई ज्ञानेंद्र के साथ वह रुपये लेने कुचावली पहुंच गया था।आरोप है कि यश, उसके परिजनों और अन्य ग्रामीणों ने दोनों को बंधक बना लिया। निखिल की पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी, जबकि ज्ञानेंद्र को घायल कर दिया था। इस मामले में भाजपा के नामित पार्षद कृपाल सिंह ने आरोपी यश कुमार, उसके पिता अजीत सिंह, मां ऋतु, अमित, अनिल, हरज्ञान, प्रमोद, चंचल और तीन अज्ञात के खिलाफ हत्या में केस दर्ज कराया है।

मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर कांठ रोड पर काजीपुरा गांव के सामने कांठ रोड पर पहुंच गए। उन्होंने जाम लगाकर जमकर हंगामा किया। पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी की। हंगामे और जाम की सूचना मिलने पर एसपी देहात कुमार रण विजय सिंह और एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गए और लोगों को समझाकर शांत कराया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस शव हटवाने में सफल रही। एसपी सिटी ने बताया कि इस मामले में छजलैट थाने में केस दर्ज दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

12वीं के छात्र को छह घंटे तक बंधक बना पीटा
मुरादाबाद के काजीपुरा निवासी 12वीं के छात्र निखिल पाल उर्फ निक्की और उसके फुफेरे भाई ज्ञानेंद्र को आरोपियों ने छह घंटे तक बंधक बनाकर पीटा। आरोपी उससे छह लाख रुपये मांगते रहे। निखिल की मौत की सूचना पर पहुंचे परिजनों को ज्ञानेंद्र ने यह जानकारी दी। पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हैं। भाजपा पार्षद कृपाल सिंह ने बताया कि उनका भतीजा सोमवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे घर से निकला था।

Trending Video

उसके साथ ज्ञानेंद्र भी था। दोनों जैसे ही कुचावली गांव पहुंचे तो निखिल और ज्ञानेंद्र को यश और उसके परिवार के लोगों ने घेर लिया। दोनों के हाथ-पैर बांध दिए। युवक को आंगन में ही ट्रैक्टर से खेत की जोताई करने वाले यंत्र से बांध दिया और ज्ञानेंद्र को कमरे में बंद कर दिया। निखिल अपने तीन हजार रुपये लेने गया था, लेकिन उसे छोड़ने के लिए आरोपी छह लाख रुपये की मांग करने लगे। उस पर दबाव बनाया है कि वह अपने घर कॉल कर और रुपये मंगवाए।

युवक ने विरोध किया तो उसकी पिटाई शुरू कर दी। करीब साढ़े तीन बजे युवक की मौत हो गई। इसके बाद आरोपी घबरा गए और मौके से भाग गए। इसी बीच गांव के युवकों ने निखिल के भाई को फोन किया। परिजन मौके पर पहुंचे तब निखिल का शव पड़ा था। युवक के ताऊ कृपाल सिंह ने यश कुमार, उसके पिता अजीत सिंह, मां ऋतु, अमित, अनिल, हरज्ञान, प्रमोद, चंचल और तीन अज्ञात के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर घटना की जांच की जा रही है। रुपयों के लेनदेन और चोरी की बात सामने आई है।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
M: 9997411800, 9719616444

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Latest from Blog