साइबर ठगों ने शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर कारोबारी से ठगे लाखों रुपये
मझोला थाना क्षेत्र के टीचर कॉलोनी जयंतीपुर निवासी पीतल कारोबारी मो. इमरान मंसूरी से साइबर ठगों ने शेयर बाजार में निवेश कराने के नाम पर 10.63 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित ने साइबर अपराध थाने में केस दर्ज कराया है। मो. इमरान मंसूरी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उन्हें व्हाट्सएप पर ब्लॉक स्टोन इंस्टीट्यूट नाम से व्हाट्सएप ग्रुप का लिंक मिला।

जिस पर ज्वाइन करने पर बताया गया कि सानवी सेहती नाम की युवती शेयर बाजार और स्टाक ट्रेडिंग के बारे में सिखाएंगी। यह भी जानकारी दी गई कि कौन सा शेयर कब खरीदा और कब बेचना है। कारोबारी ने काफी देर चैट देखने के बाद शेयर खरीदे। कुछ दिन बाद एक वेल्थ रिवाइवल प्लान के बारे में बताया गया। जिसकी अवधि एक माह थी। जिस पर एसबीआई सिक्योरिटीज के नाम से एक एप डाउन लोड करा दिया। इस एप के जरिए शेयर खरीदे और बेचे गए। ठगों ने यह भी बताया कि अलग अलग कंपनी के शेयर खरीदने के बाद एक सप्ताह बाद बेचना शुरू किया जाएगा। पहला आईपीओ एक अगस्त 2024 को अलॉट किया गया।

जिसकी पेमेंट कर दी गई। इसके बाद ठगों ने खुद ही आठ लाख का एक आईपीओ अलाॅट कर दिया। जिसका भुगतान न करने पर लीगल एक्शन लेने की धमकी दी गई है। तीसरा आईपीओ 28 लाख रुपये का अलाॅट कर दिया गया। इसके बाद कारोबारी ने प्रोफेसर आर्यन, सानवी सेहता और एसबीआई एक्जीक्यूटिव ऐश्वर्य गुप्ता से बात की और बताया कि वह इतनी बड़ी रकम का इंतजाम नहीं कर पाएगा। इन्होंने धमकी दी कि रकम का इंतजाम नहीं किया तो लीगल एक्शन लिया जाएगा। आरोपी ठग अलग-अलग तारीख में पीड़ित से 10.63 लाख रुपये जमा करा चुके हैं। इसके बाद भी ठग पीड़ित से रकम मांगने लगे। तब उन्हें एहसास हुआ कि वह साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं। एसपी क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि तहरीर के आधार पर साइबर अपराध थाने में केस दर्ज किया गया है। ठगों के बारे में टीम जानकारी जुटा रही है।
साइबर अपराधी ने रिश्तेदार बनकर व्यापारी से 2.73 लाख रुपये ठगे
साइबर अपराधी ने व्यापारी को कॉल की और खुद को उनका रिश्तेदार बताकर मदद के नाम पर अपने खाते में 2.73 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। आरोपी ने अपनी मां के ऑपरेशन कराने के लिए रकम मांगी थी। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। सिविल लाइंस थानाक्षेत्र के कांठ रोड निवासी विनीत किशोर जैन ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि नाै फरवरी को उनके मोबाइल पर एक अंजान नंबर से कॉल आई थी।
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कॉल करने वाले ने उन्हें अपना रिश्तेदार बताकर बातचीत की। विनीत को लगा कि उनका रिश्तेदार सुनील है। उन्होंने सुनील नाम लिया तो ठग बोला कि हां मैं सुनील ही बोल रहा हूं। ठग ने बताया कि वह 15 फरवरी को मुरादाबाद आएगा। वह उनके खाते में 8.25 लाख रुपये भेज रहा है। उसने विनीत के बैंक खाते की सारी जानकारी ले ली।
आरोपी ने बताया कि उसके एक रिश्तेदार की मां अस्पताल में भर्ती हैं। उसके पास 2.73 लाख रुपये जल्द भेजने हैं। उनका ऑपरेशन होना है, लेकिन डॉक्टर बिना पैसे जमा किए ऑपरेशन करने से मना कर रहे है। आरोपी ने कहा कि नेटवर्क दिक्कत के कारण पैसे नहीं पहुंच पा रहे हैं। ठग ने विनीत से कहा कि वह अपने खाते से भेज दें। उन्होंने अपने खाते से पहले 50 हजार, इसके बाद 1.30 लाख रुपये जमा कर दिए। इसके बाद 93 हजार रुपये जमा करा लिए। फिर ठग और रुपये ट्रांसफर करने को कहने लगा। तब उन्हें साइबर ठगी का एहसास हो गया। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। साइबर सेल की मदद से पुलिस आरोपी के बारे में जानकारी जुटा रही है।