जीएसवीएम कॉलेज में आत्महत्या का मामला, छात्र का शव छात्रावास में रस्सी से लटका मिला
Suicide case : कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में बीसीजी डिप्लोमा के छात्र ने युवती को वीडियो कॉल कर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। उसका शव रविवार देर रात छात्रावास के अंदर रस्सी के फंदे से लटकता मिला। उसे कमरे का दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला गया। पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य बरामद किए। मौके से छात्र को मोबाइल फोन मिला है, जिससे युवती को वीडियो कॉल करने की जानकारी हुई है। पुलिस ने युवती के संबंध में जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव बांदा स्थित घर ले गए हैं। छात्र शनिवार से घरवालों का फोन नहीं उठा रहा था। बांदा के थाना मर्का के ग्राम बम्हरौला का रहने वाला अरविंद प्रजापति (20) बीसीजी टेक्नीशियन का डिप्लोमा कर रहा था।

15 अप्रैल को गांव गया था अरविंद
इसमें टीबी के नियंत्रण और रोकथाम से संबंधित पढ़ाई कराई जाती है। उसने दिसंबर 2024 में मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था।अरविंद के पिता मोतीलाल ने बताया कि वह 15 अप्रैल को गांव आया था, जहां से शुक्रवार को ही उनसे 500 रुपये लेकर मेडिकल कॉलेज के लिए निकला। उनकी शनिवार की दोपहर तक उससे बातचीत हुई।
अंदर से बंद था कमरे का दरवाजा
शाम को अरविंद की कॉल नहीं उठी। उनको लगा कि शायद थकने की वजह से ब्लॉक नंबर छह स्थित कमरे में सो गया होगा। रविवार की सुबह, दोपहर और शाम को उसका मोबाइल नहीं उठा तो वह स्वयं मेडिकल कॉलेज आ गए। उसके कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई।

मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया
स्वरूपनगर इंस्पेक्टर सूर्यबलि पांडेय और चौकी प्रभारी इंदुकांत मौके पर पहुंचे। उन्होंने दरवाजा जैसे ही तोड़ा तो मोतीलाल के मुंह से चीख निकल गई। अंदर अरविंद का शव फंदे से लटका हुआ था। घटना का पता चलते ही मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया। प्राचार्य प्रो. संजय काला, वार्डन और अन्य अधिकारियों को सूचना दी गई।
वीडियो कॉल कर आत्महत्या करने की बात सामने आई
स्वरूपनगर इंस्पेक्टर ने बताया कि वीडियो कॉल कर आत्महत्या करने की बात सामने आई है। घटना की जांच कराई जा रही है। छात्र के पिता मोतीलाल प्राथमिक विद्यालय में संविदा के शिक्षक हैं। परिवार में पत्नी चित्रा देवी, बेटी राधा और छोटा बेटा शिवा है। पुलिस के अधिकारियों ने युवती के संबंध में छात्र की दिनचर्या के बारे में सहपाठियों से जानकारी की है।

साथी बोले- कुछ दिन से तनाव में था अरविंद
अरविंद एक साधारण परिवार से था। वह मेडिकल कॉलेज में बीसीजी टेक्नीशियन की पढ़ाई कर अपने भविष्य को संवारने का सपना देख रहा था। साथी छात्रों ने बताया कि वह पढ़ाई में होनहार था, रोज क्लास ले रहा था, लेकिन कुछ दिनों से तनाव में था। किसी को यह अंदाजा नहीं था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा।