अमरोहा जनपद के सीएमओ दफ्तर का मिला संरक्षण

सरकार की कहानी
अमरोहा (शहजाद )। अमरोहा के कैलसा बोडर पर स्थित पृथ्वीपुर गांव में झोलाछाप डॉक्टरों का मकड़जाल फैला है। झोलाछाप डॉक्टर भी खुद को बीयूएमएस बताकर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। इन फर्जी डाक्टरों को सीएमओ दफ्तर में बैठे नोडल अधिकारी का संरक्षण प्राप्त होता है।

सूत्रों से मिली जानकारी बताती है कि गांव पृथ्वीपुर कैलसा बोडर के पास डा. नवाब सैफी प्रेक्टिस करता है। संचालक इंजेक्शन से लेकर ऐलोपैथिक दवाओं से भी मरीजों का उपचार कर रहा हैं। बायोमेडिकल वेस्ट कचरें को डाक्टर साहब खुले मैदान में फैंककर क्षेत्र में गंदगी और बीमारियों को फ़ैलाने का काम कर रहे हैं।

पिछले दिनों यहां एक मरीजों की तबीयत बिगड़ी गई थी तो उसकी जान पर बन आई थी। ऐसे कई मरीजों की हालत इंजेक्शन लगने और दवाओं को ग़लत तरीके से खिलाने से हंगामा और नारेबाजी भी हो चुकी है। सीएमओ डा सत्यपाल इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दें रहें हैं। क्योंकि एसीएमओ डॉ शरद मलाई दार कुर्सी पर बैठ कर स्वास्थ्य विभाग की छवि धूमिल कर रहे हैं। जिलाधिकारी को स्वास्थ्य विभाग की करनी और कथनी पर नज़र रखनी होगी।
ये बोले मुख्य चिकित्साधिकारी
मेरे संज्ञान में ये मामला नहीं है जल्द ही टीम भेजकर पृथ्वीपुर में डा. नवाब के क्लीनिक पर छापेमारी कराई जाएगी। संचालक कितना भी दंबग हो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।