लूट की साजिश रचने वाले आठ आरोपियों की गिरफ्तारी, पुलिस ने बरामद किए हथियार और बाइक
तक्षशिला कॉलोनी स्थित संयुक्त विकास आयुक्त बलराम कुमार के घर में लूट की कोशिश का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस घर में काम करने वाले इलेक्ट्रिशियन ललित जाटव उर्फ बिट्टू और प्लंबर कपिल जाटव समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में गुरुग्राम का सुरक्षाकर्मी संग्राम सिंह भी शामिल है। इनके तीन साथियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। आरोपियों के कब्जे से तमंचा, तीन बाइक और एक बैग बरामद किया है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि तक्षशिला कॉलोनी में बस्ती में तैनात संयुक्त विकास आयुक्त बलराम कुमार का परिवार रहता है। 15 अप्रैल को बदमाशों ने उनकी पत्नी पुष्पा को घर में बंधक बनाकर हमला करके लूटपाट की कोशिश की थी। दंपती का बेटा सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता निशित उर्फ नीशू भी घर में मौजूद था। उन्होंने अपना कमरा बंद करके यूपी 112 को सूचना दी थी। पुलिस के पहुंचने से पहले बदमाश भाग गए थे। इस मामले में दो बदमाश घर के अंदर घुसे थे। कुछ बदमाश घर के बाहर और कुछ रास्ते में खड़े थे। सभी वारदात की साजिश में शामिल थे।

इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
स्वॉट टीम और मेडिकल पुलिस ने मनीष ठाकुर निवासी ग्राम दाऊदपुर चोला बुलंदशहर, विक्की उर्फ विकास भाटी निवासी ग्राम चांगोली ककोड़ बुलंदशहर, हर्ष सोलंकी निवासी ग्राम नगलाबंसी चोला बुलंदशहर, ललित जाटव उर्फ बिट्टू निवासी ग्राम जाहिदपुर लोहियानगर (इलेक्ट्रीशियन), कपिल जाटव निवासी ग्राम जाहिदपुर लोहियानगर (प्लंबर), संग्राम सिंह निवासी ग्राम कासन मानेसर गुरुग्राम (सुरक्षाकर्मी) अमर सिंह उर्फ चच्चा निवासी मोहल्ला चौथैया पट्टी कस्बा जेवर गौतमबुद्धनगर, गौरव कुमार निवासी सालियान नई बस्ती जेवर को गिरफ्तार किया गया है। जबकि कल्लू उर्फ कुलदीप निवासी कस्बा जेवर, रवि जाटव निवासी ग्राम गडीना फलावदा मेरठ, हाल पता मानेसर गुरुग्राम (जीजा ललित उर्फ बिट्टू), कुणाल उर्फ कुलदीप निवासी ग्राम गवां खुर्जा देहात बुलंदशहर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही है।

ढाई माह पहले मॉल के बाहर रची साजिश
एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने बताया कि पांच साल से इलेक्ट्रीशियन ललित उर्फ बिट्टू व प्लंबर कपिल जाटव ने अपने रिश्तेदार रवि जाटव व उसके मित्र संग्राम सिंह को बताया कि संयुक्त विकास आयुक्त के घर में काफी पैसा मिल सकता है। संग्राम सिंह ने अपने रिश्तेदार कालू उर्फ कुलदीप से संपर्क किया गया, जिसके द्वारा घटना कारित करने के लिए अपराधियों की जानकारी करने के लिए अमर सिंह उर्फ चच्चा व गौरव कुमार को लगाया गया। अमर सिंह उर्फ चच्चा ने कुछ महीने पहले जेल से छूटे मनीष ठाकुर से संपर्क किया। मनीष ठाकुर ने घटना करने के लिए हां कर दी। ढाई माह पहले सभी आरोपी पीवीएस मॉल के बाहर एकत्रित हुए और वारदात की साजिश रची। मनीष ठाकुर ने अपने दोस्त कुणाल उर्फ कुलदीप, हर्ष सोलंकी व रिश्तेदार विक्की उर्फ विकास के साथ एक टीम बना ली। घर की पूरी जानकारी होने के कारण ललित उर्फ बिट्टू को भी इस टीम में शामिल किया गया।

21 मार्च को की रेकी, 22 को नहीं कर सके वारदात
एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने बताया कि 21 मार्च को ललित उर्फ बिट्टू द्वारा रवि, संग्राम सिंह, कालू उर्फ कुलदीप, अमर सिंह उर्फ चच्चा, गौरव कुमार, मनीष ठाकुर, विक्की उर्फ विकास, कुणाल त्यागी, हर्ष सोलंकी को पीवीएस मॉल पर एक बार फिर एकत्रित हुए। साजिश के अनुसार ललित उर्फ बिट्टू द्वारा अपनी बाइक पर मनीष ठाकुर व कुणाल उर्फ कुलदीप त्यागी ने पुष्पा सिंह के घर के पास जाकर रेकी की। सभी ने तय कर लिया कि दिनांक 22 मार्च की सुबह पांच बजे वारदात करेंगे। 22 मार्च को मनीष ठाकुर बदमाशों को लेकर नहीं आ सका। जिसके बाद 15 अप्रैल को मनीष ठाकुर, कुणाल उर्फ कुलदीप, विक्की उर्फ विकास व हर्ष सोलंकी ने अपनी काले रंग की अपाचे बाइक से घटना को अंजाम दिया। घर के अन्दर मनीष ठाकुर व विक्की उर्फ विकास जो कि पीठ पर बैग टांगकर दाखिल हुए। कुणाल उर्फ कुलदीप व हर्ष सोलंकी बाइक पर घर के बाहर खड़े थे। नाकाम होने पर चारों एक साथ वहां से भाग गए।