देवरिया का प्रवीण सिंह आर्मेनिया से फर्जी डिग्री लेकर चला रहा था अस्पताल, गैंगस्टर एक्ट लगा
अर्पित हॉस्पिटल के संचालक सहित पांच आरोपियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है। संचालक प्रवीन जेल में बंद है। वहीं अन्य चार आरोपी जमानत पर हैं। देवरिया जिले के बरहज थाना क्षेत्र के बेलदार गांव निवासी प्रवीण सिंह आर्मेनिया से चिकित्सक की फर्जी डिग्री हासिल कर चिलुआताल क्षेत्र के करीमनगर में अर्पित हॉस्पिटल संचालित कर रहा था। हॉस्पिटल डॉ. साकेत सलीम के नाम से पंजीकृत था। आरोप है कि हॉस्पिटल में मरीजों की ओपीडी संचालित नहीं होने से हॉस्पिटल का बिल और भाड़ा बढ़ने लगा तो अस्पताल के मैनेजर तुषार टेकड़ीवाल के माध्यम से बिचौलियों से संपर्क स्थापित कर लिया। बिचौलिए मेडिकल काॅलेज से तीमारदारों को बरगलाकर मरीज को हॉस्पिटल में बेचते और इसके बदले प्रवीन सिंह कमीशन लेते रहे।

मरीजों को बेचने का मामला तब सामने आया जब देवरिया जिले के सलेमपुर क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 भरौली निवासी लक्ष्मी देवी ने तहरीर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि 17 जनवरी को देवरानी लीलावती देवी के बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर 108 नंबर एंबुलेंस से बीआरडी भर्ती करने के लिए लेकर गईं। लेकिन बाल रोग सेवा संस्थान के कर्मचारियों ने बताया कि वेंटिलेटर खाली नहीं है। बीआरडी से बाहर निकली तो बिचौलिया अमन गुप्ता ने एंबुलेंस चालक से मरीज खरीदने के बाद निजी अस्पताल को बेच दिया था। हालत में सुधार न होने पर अस्पताल प्रशासन से रेफर करने के लिए कहा तो स्टाफ ने बच्चे को गलत इंजेक्शन लगाकर जान से मारने की धमकी दी थी।

मामले में गुलरिहा पुलिस आरोपित 108 एंबुलेंस चालक व ईएमटी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की तो परत दर परत खुलती गई। मामले में बिचौलिया अमन गुप्ता, हॉस्पिटल मैनेजर तुषार टेकड़ीवाल समेत प्रवीन सिंह का नाम प्रकाश में आया था। मामले में सभी आरोपितों को पुलिस जेल भिजवा दिया था। रविवार को प्रभारी निरीक्षक जीतेंद्र कुमार सिंह की संस्तुति पर अर्पित हॉस्पिटल संचालक प्रवीन सिंह, मैनेजर तुषार टेकडीवाल, एम्बुलेंस माफिया अमन गुप्ता, 108 एम्बुलेंस चालक मुनेंद्र व इएमटी मिथिलेश के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई।