थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज, एक आरोपी गिरफ्तार
सीएमओ ने जांच के आदेश दिए, आरोपी महिला चिकित्सक की तलाश जारी

जरीस मलिक ( सम्पादक )
मुरादाबाद । कांठ रोड स्थित हरथला क्षेत्र में रविवार का बाजार रोड पर एक अपंजीकृत जच्चा-बच्चा क्लीनिक में झोलाछाप महिला डॉक्टर द्वारा अवैध रूप से गर्भपात कराने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि कथित महिला डॉक्टर उमा वर्मा फरार हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ भी भ्रूण हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

जानकारी के अनुसार, अगवानपुर निवासी अमन वर्मा पुत्र सोनू वर्मा नामक युवक 14 मई को एक गर्भवती युवती को लेकर हरथला में डॉ. यूके वर्मा नामक क्लीनिक पर पहुंचा। यहां 15,000 रुपये में अवैध गर्भपात कराया गया। मामले की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की गई, जिसके बाद थाना सिविल लाइन में एफआईआर दर्ज की गई और आरोपी अमन को जेल भेज दिया गया।

पुलिस जांच में सामने आया कि क्लीनिक संचालिका उमा वर्मा के पास किसी मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेज की डिग्री नहीं है। इसके बावजूद वह स्वयं को ‘महिला रोग विशेषज्ञ’ बताकर मरीजों का इलाज कर रही थीं। क्लीनिक का पंजीकरण भी सीएमओ कार्यालय में नहीं है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि क्लीनिक अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था।
जब इस मामले में डॉ. उमा वर्मा का पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया, तो उनके पति ने फोन पर बताया कि वे केवल ओपीडी सेवा देती हैं और भ्रूण हत्या में उनकी कोई भूमिका नहीं है।

जांच के दायरे में स्वास्थ्य विभाग की भूमिका
गर्भपात के इस मामले में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़ा कर दिया है कि बिना पंजीकरण और डिग्री के वर्षों से चल रहे ऐसे क्लीनिकों पर स्वास्थ्य विभाग की नजर क्यों नहीं पड़ी। सूत्रों के अनुसार, जिले में कई ऐसे जच्चा-बच्चा केंद्र बिना लाइसेंस के संचालित हो रहे हैं, जहां झोलाछाप डॉक्टर अवैध गर्भपात सहित कई गंभीर चिकित्सकीय प्रक्रियाएं कर रहे हैं। महकमें ने इनको खुली छूट क्यों दें रखी है। इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुलदीप चौधरी ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है और दोषी पाए जाने पर क्लीनिक तथा झोलाछाप डॉक्टर के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।